इंदौर….(माधव माहेश्वरी)

सद्गुरु चैतन्या नंद सरस्वती नाना महाराज तराणेकर का 128वां जन्मोत्सव संत दादू महाराज संस्थान में मनाया गया। संस्थान में स्थापित परम पूज्य नाना महाराज की संगमरमर की प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक किया। इसके बाद भक्तों ने सामूहिक करुणा त्रिपदी का पाठ एवं “दिगंबरा-दिगंबरा श्रीपाद वल्लभ दिगंबरा” महामंत्र का जाप दादू महाराज के सान्निध्य में किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित भक्तों को दादू महाराज ने बताया कि नाना महाराज साक्षात दत्त अवतारी थे। आज भी भक्तों को उनका साक्षात्कार होता रहता है। उन्होंने उस समय कठिन नर्मदा परिक्रमा पैदल करी थी। इसमें वर्षों लगते थे, परिक्रमा में ही उन्हें स्वयं नर्मदा मैय्या ने दर्शन दिए थे और सोने के कलश में दूध पीने को दिया था। उनका जन्म नाग पंचमी के दिन 13 अगस्त 1896 को उज्जैन के पास ग्राम तराना में हुआ था और बाल्यावस्था में ही अत्यंत कठोर साधना देखकर पूज्य वासुदेवानंद सरस्वती टेंबे स्वामी महाराज ने उनको गुरु दीक्षा दी थी। इंदौर सहित मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र में निवासरत हजारों मराठिभाषियों के आध्यात्मिक गुरु थे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रताप तोलानी, आशीष साहू, संजय अग्रवाल उपस्थित रहे।अंत में सभी भक्तों को आरती कर प्रसाद वितरण किया गया।