इंदौर….

कलेक्टर सिंह ने कहा कि ऐसे तीन मंजिला या उससे बड़ी बिल्डिंग जहां बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही रहती है, वहां आग सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करना बहुत जरूरी है। इसमें लापरवाही और अनियमिताएं बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी को निर्धारित समय में इंतजाम करना होगा। बुधवार से जांच शुरू होगी। इसमें देखा जाएगा कि तीन मंजिला और इससे बड़ी होटल, हॉस्पिटल, कमर्शियल, इण्डस्ट्रियल यूनिट्स की बिल्डिंगों और रेसीडेंशियल बिल्डिंगों में आग से सुरक्षा इंतजाम हैं या नहीं। सुरक्षा इंतजाम नहीं पाए जाने पर सील करने की कार्रवाई की जाएगी।

यह है गाइड लाइन
– ऐसी बिल्डिंग जिनमें सुरक्षा इंतजाम करने लिए आर्डर दिए गए हैं, उनके द्वारा प्रमाण दिखाए जाने पर कार्रवाई नहीं की जाएगी। उन्हें काम को पूरा करने के लिए समय दिया जाएगा। ऐसी सभी बिल्डिंग मालिकों चेतावनी दी जा रही है कि तय समय में इंतजाम कर लें।
– कलेक्टर ने कहा कि आग से सुरक्षा के इंतजाम मान्यता प्राप्त वेंडर से ही करवाए जाएं। इसके लिए मान्यता प्राप्त वेंडर और सलाहकारों की लिस्ट नगर निगम द्वारा जल्द जारी की जाएगी। फायर सुरक्षा उपकरणों का नियमित रखरखाव भी करना होगा। शहर में आग से सुरक्षा के लिए हाइड्रोलिक सहित अन्य मशीन भी खरीदी जाएंगी। नए फायर स्टेशन भी बनाए जाना प्रस्तावित है।
मीटिंग में लिए गए सभी के सुझाव
मंगलवार को कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में होटल, हॉस्पिटल, इण्डस्ट्रियल और कमर्शियल सेक्टर के प्रतिनिधियों की बैठक हुई। बैठक में आग सुरक्षा प्रबंध से जुड़े सलाहकार और वेंडर भी शामिल हुए। इन सभी के भी सुझाव लिए गए। इसके पूर्व कलेक्टर ने एक माह का समय दिया था। फिर एक हफ्ते का समय और दिया गया था। अब लापरवाही पाए जाने पर सील करने की कार्रवाई होगी।