इंदौर….

इधर, पुलिस ने युवती के डॉक्युमेंट्स चेक कर लिए हैं। बालिग होने और अन्य सभी बातों की जांच पूरी करने के बाद श्रद्धा को करण के साथ थाने से जाने दिया गया।
बता दें, 23 अगस्त को एमआईजी थाना क्षेत्र में रहने वाली श्रद्धा तिवारी घर से चली गई थी। परिवार ने उसके लापता होने की शिकायत थाने में की थी। अलग-अलग जगह के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए, जिसमें वह जाते हुए नजर आई।
पुलिस उसकी तलाश कर ही रही थी कि 6 दिन बाद शुक्रवार (29 अगस्त) को श्रद्धा अचानक अपने पति के साथ MIG थाने पहुंच गई।

बेटी नहीं मानी तो परिवार ने उसे जाने दिया….
एमआईजी टीआई सीबी सिंह ने बताया कि शुक्रवार को श्रद्धा के आने के बाद उसके परिवार के लोग भी थाने आ गए थे। यहां पर श्रद्धा के पिता ने थाने में कई घंटों तक बेटी से बातचीत कर उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन श्रद्धा नहीं मानी।
उसने करण नामक जिस युवक के साथ शादी की वह उसके साथ ही जाने की बात कहती रही। काफी देर तक परिवार के लोग समझाते रहे लेकिन जब बात नहीं बनी तो श्रद्धा को युवक के साथ जाने दिया गया।

प्रेमी ने मिलने बुलाया था, लेकिन नहीं आया….
एमआईजी टीआई सीबी सिंह ने बताया था कि श्रद्धा का सार्थक गेहलोत नाम के युवक से अफेयर चल रहा था। 23 अगस्त को उसने श्रद्धा को रेलवे स्टेशन पर बुलाया था। वह घर से स्टेशन पहुंच गई, लेकिन सार्थक नहीं आया।
जिसके बाद श्रद्धा गुस्से में वहां खड़ी ट्रेन में बैठकर चली गई। ये ट्रेन रतलाम जा रही थी। युवती ने रतलाम में ट्रेन से कूदने की कोशिश की तो किसी ने पीछे से हाथ पकड़ लिया। पलटकर देखा तो श्रद्धा का पूर्व परिचित करण योगी था, जो गुजराती कॉलेज में इलेक्ट्रिशियन रहा है।
ट्रेन से कूदकर जान देने वाली थी श्रद्धा….
करण ने पुलिस को बताया था कि श्रद्धा ट्रेन से कूदने की कोशिश कर रही थी। मैंने पूछा क्या कर रही हो, तो उसने कहा मर रही हूं। मैंने कहा ऐसा नहीं करने दूंगा। तब श्रद्धा ने कहा कि ऐसा है तो मेरे साथ शादी करो। मैं तैयार हो गया, जिसके बाद दोनों खरगोन गए। वहां से महेश्वर पहुंचे और मंदिर में शादी की।
फिर करण उसे अपने घर पालिया ले गया। घरवालों ने आने से रोक दिया तो वहां से मंदसौर चले गए। वहां से श्रद्धा ने पिता को कॉल किया। ऑफिशियल रजिस्टर्ड मैरिज के लिए दस्तावेज मांगे, जिसके बाद श्रद्धा के पिता कार से उसे इंदौर लेकर आए।