हरदा….

अमावस्या स्नान करने गए तीन दोस्तों की नर्मदा में डूबने से मौत हो गई…. होमगार्ड और पुलिस के जवानों ने तीनों शव नदी से बाहर निकाले….
सुबह 8 बजे घर से निकले थे….
देवेंद्र जाट डगमानीमा गांव का रहने वाला था। उसके दो छोटे भाई हैं। देवेंद्र की दो साल पहले शादी हो चुकी है, उसका 7 महीने का बेटा है। देवेंद्र किसान था। करण सिरोही ग्राम भुन्नास का रहने वाला था। वह दो भाइयों में सबसे छोटा था। शादी नहीं हुई थी। करण खेती करता था। रामदास लहारपुर निवासी था। उसके दो बेटे और एक बेटी है। रामदास मजदूरी करता था।
घटना के बाद की तीन तस्वीरें….



एक की जान बचाकर डूबा रामदास….
करताना चौकी प्रभारी अनिल गुर्जर ने बताया कि घटना घाट से लगभग 700 मीटर दूर हुई। तीन युवकों को डूबता देख उन्हें बचाने के लिए चौथा युवक रामदास भी नदी में कूद पड़ा। उसने एक युवक मोहित जाट निवासी डगवानीमा को बचा लिया। लेकिन दो युवकों को बचाने के दौरान तेज बहाव में आने से खुद भी डूब गया।
मोहित के चिल्लाने पर अन्य लोग मौके पर पहुंचे। लेकिन तब तक तीनों डूब चुके थे। जिसके बाद होमगार्ड और पुलिस के जवानों ने तीनों के शवों को नदी से बाहर निकाला। पंचनामा की कार्रवाई के बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया गया है। पीएम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है।
शोर सुनकर नदी में कूदा था रामदास….
मृतक रामदास के दोस्त रामनारायण बंजारा ने बताया, हमने स्नान कर लिया था। करीब 11 बजे के आसपास कुछ युवक नर्मदा में नहा रहे थे। इस दौरान अचानक तेज बहाव में जाने लगे। हमारा साथी रामदास घाट पर पूजा कर रहा था। वह युवकों के चिल्लाने की आवाज सुनकर नदी में कूद पड़ा। उसने एक युवक को पानी से निकालकर बाहर फेंक दिया। जब दूसरी बार दो युवकों को बचाने गया तो वह भी डूब गया।