इंदौर….

दुष्कर्म के आरोपी आसाराम के बेटे नारायण सांई शुक्रवार को सूरत से पुलिस सुरक्षा के बीच इंदौर लाया गया। फैमिली कोर्ट ने उसकी पत्नी जानकी ने उसके खिलाफ तलाक का केस फाइल किया है। जिसमें आज नारायण सांई, पत्नी जानकी और संबंधितों के बयान होने थे। इसमें सिर्फ जानकी के ही बयान हो सके।
नारायण और जानकी की शादी 1995 में हुई थी। मूलत: भोपाल निवासी जानकी ने नारायण सांई के खिलाफ करीब 3 साल पहले तलाक का केस लगाया है। कोर्ट ने पिछली सुनवाई में नारायण को नोटिस देकर तलब किया था लेकिन वह पेश नहीं हुआ था।
इस पर उसके एडवोकेट ने उसकी ओर से जवाब पेश किया था। इस पर कोर्ट ने सुनवाई 1 अगस्त तय की थी। नारायण सांई अभी दुष्कर्म के एक मामले में सूरत जेल में बंद है। दोपहर को उसे पुलिस सुरक्षा में इंदौर फैमिली कोर्ट लाया गया था। इस दौरान आसाराम के कुछ अनुयायी भी वहां मौजूद थे।
कोर्ट में पेशी के दौरान नारायण को फटाफट ले गई पुलिस
कोर्ट में सुनवाई के दौरान नारायण सांई और पत्नी जानकी हरपलानी पेश हुए। इस दौरान नारायण के एडवोकेट पवन शर्मा और तुलसीराम रघुवंशी भी उपस्थित थे। सुनवाई में कोर्ट ने जानकी के बयान दर्ज किए, जबकि नारायण सांई सहित अन्य के बयान दर्ज नहीं हो सके।
कोर्ट ने अगली सुनवाई 4 सितंबर तय की है। खास बात यह कि नारायण के कोर्ट के गेट से कोर्ट रूम आने तक और फिर वापस ले जाने के दौरान पुलिस और अनुयायियों ने उसे फटाफट ले गए, ताकि कोई वीडियो न बना पाए। फिर भी एक-दो लोगों ने वीडियो बना भी लिए।

50 हजार रुपए प्रति माह भरण पोषण देने के मामले में रिओपन की अपील
इस मामले में पत्नी जानकी की अपील पर 2018 में नारायण को आदेश दिया था कि वह अपनी पत्नी जानकी हरपलानी को हर माह पचास हजार रु. भरण-पोषण खर्च दें, लेकिन सांई ने राशि नहीं दी। हालांकि 2013 से नारायण सूरत जेल में है।
ऐसे में यह राशि ब्याज सहित 55 लाख रुपए से ज्यादा हो गई है। मामले में मई 2025 में नारायण के एडवोकेट ने इस केस को रिओपन करने की अपील की है। एडवोकेट का कहना है कि जब कोर्ट ने यह आदेश दिया था तो 2013 से जेल में है। इसमें कोर्ट की ओर से उसका पक्ष नहीं जाना गया है। इस मामले में कोर्ट संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर चुकी है।