इंदौर….
कलेक्टर आशीष सिंह ने प्रशासनिक संकुल, मोती तबेला में होने वाली जनसुनवाई में कुछ बदलाव किए हैं। अब कलेक्टाेरेट बिल्डिंग की पहली मंजिल पर होने वाली जनसुनवाई में अधिकारी एक साथ नहीं बैठेंगे। प्रशासनिक संकुल के जितने भी अधिकारी हैं, वे अपने-अपने कक्ष में ही लोगों की समस्याएं सुनेंगे। हर महीने इन सुनवाई में आने वाले केस की पोर्टल पर हुई एंट्री के मुताबिक समीक्षा कलेक्टर करेंगे।
नई व्यवस्था के तहत कलेक्टर कार्यालय में संचालित विभागों के कार्यालय प्रमुख व समस्त अपर कलेक्टर अपने कक्ष में नियत समय पर बैठकर आवेदकों की समस्याओं को सुनेंगे और निराकरण करेंगे। जिनके कार्यालय कलेक्टर कार्यालय से अलग या सैटेलाइट भवन में हैं, उन विभागों के कार्यालय प्रमुख कलेक्टर कार्यालय के सभा कक्ष 102 में जनसुनवाई के दिन उपस्थित होकर आवेदकों की समस्याओं का निराकरण करेंगे।
पोर्टल पर करना होगी एंट्री
सभी विभागों को जन आकांक्षा पोर्टल के आई.डी. पासवर्ड दिए गए हैं। जनसुनवाई में मिलने वाले आवेदनों पर कार्रवाई के लिए एसओपी भी जारी की गई है। आवेदन ऑनलाइन दर्ज कर संबंधित विभाग को भेजा जाएगा। आवेदक को मूल आवेदन पत्र पर कमरा नंबर अंकित कर संबंधित अधिकारी के पास भेजा जाएगा। विभागीय अधिकारी द्वारा अपनी टीप आवेदन पर दी जाएगी। आवेदन का निराकरण ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज करना होगा। संबंधित एडीएम द्वारा 15 दिन में आवेदनों की समीक्षा की जाएगी। कलेक्टर इसकी समीक्षा हर महीने करेंगे।
कौन कहां सुनेगा आमजन की शिकायत
{कक्ष 103 में अपर कलेक्टर गौरव बैनल
{कक्ष जी-7 में अपर कलेक्टर निशा डामोर
{कक्ष जी-11 में अपर कलेक्टर सपना लोवंशी
{कक्ष 109 में अपर कलेक्टर राजेंद्र रघुवंशी व अपर कलेक्टर रोशन राय
{कक्ष जी-1 में जिला कोषालय अधिकारी
{कक्ष जी-6 में संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय
{कक्ष 202 में परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण
{कक्ष 205 में मुख्य कार्यपालन अधिकारी अन्त्यावसायी विकास निगम
{कक्ष 206 में कार्यक्रम अधिकारी महिला व बाल विकास
{कक्ष 209 में सहायक आयुक्त आबकारी
{कक्ष 214 व 215 में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग
{कक्ष 217 में खनिज
{कक्ष 219 में योजना व सांख्यिकी
{कक्ष 220 व 221 में आपूर्ति नियंत्रक खाद्य….