पुलिस ने दर्ज नहीं की एफआईआर
महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि वह मूसाखेड़ी में रहती है। यहां तांत्रिक ढोलची लेकर आया। जिसने अपना नाम संतोष बाबा बताया। उसने बताया कि वह हाथ देखता है। वह नशा छुड़ाने और घर की परेशानी भी दूर करता है।
चूंकि मेरा बेटा जिद्दी है इसलिए मैंने उसके लिए पूजन कराने को कहा। बाबा ने कहा हवन कराना पड़ेगा। उनके कहने पर एक बार नागमणि हवन करा लिया। बाबा ने धूप मांगी तो मैंने उन्हें 7 हजार रुपए दिए। तब बाबा ने कहा कि माता रानी नहीं मानी है।
151 तोला धूप देना पड़ेगी मैंने उनसे कुछ कम करने को कहा तो भी उन्होंने 51 तोला धूप मांगी। प्रत्येक धूप के दो हजार रुपए देना थे। इसके बदले में उन्होंने मुझसे 1 लाख 10 हजार रुपए मांगे। मैंने जैसे ही पैसे दिए बाबा थोड़ी देर में आने का कहकर भाग गया।
संतोष बाबा ने हवन भी पूरा नहीं किया और धूप भी नहीं दी। मेरे बेटे की समस्या भी दूर नहीं हुई। महिला ने बताया कि मेरे पास संतोष बाबा के फुटेज और डिटेल भी थी।
शिकायत करने पहुंची तो सोते मिले पुलिसकर्मी
महिला से तांत्रिक को लेकर शिकायती आवेदन लेकर उसे रवाना कर दिया गया। महिला ने आरोप लगाया कि थाने में एचसीएम की ड्यूटी पर बैठे हेड कांस्टेबल मोबाइल पर बात करते रहे। उनके पीछे कूलर की हवा में पुलिसकर्मी लेटा रहा।