भोपाल….
नर्सिंग छात्र संगठन (NSO) द्वारा आंदोलन कर DME को सतपुड़ा भवन में ज्ञापन सौंपा गया. संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष कुशवाहा व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश में SC/ST/OBC नर्सिंग स्टूडेंट्स को विगत 4 सालों से स्कॉलरशिप नही मिली है, इसलिए आर्थिक परेशानियों के कारण स्टूडेंट्स को अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ रही है, क्योंकि इंडियन नर्सिंग काउंसिल के नियमों से अगली क्लास की पढ़ाई चल रही है और एग्जाम हो रहे हैं, लेकिन स्कॉलरशिप नही मिल रही है. संगठन द्वारा लगातार ज्ञापन दिए जा रहे हैं लेकिन सरकार के कानों में स्टूडेंट्स की पीड़ा नहीं पहुँच पा रही है. साथ ही 2025-26 सत्र हेतु काउंसलिंग की प्रक्रिया चल रही है, काउंसलिंग के प्रत्येक चरण के पहले हर बार रजिस्ट्रेशन कराने की मांग की गई है क्योंकि जानकारी के अभाव में स्टूडेंट्स रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाते हैं, लेकिन नर्सिंग कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं. इसलिए छात्रहित का ध्यान रखा जाए और साथ ही अन्य कोर्सेस की तरह काउंसलिंग प्रक्रिया को कालेज लेवल तक किया जाए. इसके अलावा सरकारी नर्सिंग कॉलेजों में इंडियन नर्सिंग काउंसिल के नियमानुसार स्टाफ नहीं है, हॉस्पिटल में कार्यरत स्टाफ को प्रतिनियुक्ति पर नर्सिंग कॉलेजों में शिक्षक के रूप में भेज दिया जाता है, जबकि हॉस्पिटल स्टाफ के पास नियमानुसार शैक्षणिक अनुभव नहीं होता है, और न ही सरकार द्वारा आज तक सरकारी नर्सिंग कॉलेजों के लिए शिक्षक भर्ती हेतु विज्ञापन निकाला गया है और न ही परीक्षा करवाई गई है. हॉस्पिटल स्टाफ को बिना अनुभव के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल, प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर बना दिया जाता है, ऐसे सभी सरकारी कॉलेजों की मान्यता रद्द की जाए. नर्सिंग काउंसिल भोपाल द्वारा न तो समय पर परीक्षा करवाई जा रही है और न ही समय पर रिजल्ट घोषित किया जा रहा है, जिसके चलते 2 वर्षीय ANM कोर्स 5-5 साल में और 3 वर्षीय GNM कोर्स 6-7 साल में पूरा हो रहा है.
संगठन के प्रदेश महासचिव सचिन खींची व प्रदेश उपाध्यक्ष राघवेन्द्र सिंह ने बताया कि संगठन ने ज्ञापन सौंप कर सरकार से मांग की है कि स्टूडेंट्स को जल्द स्कॉलरशिप दी जाए, काउंसलिंग के प्रत्येक चरण के पहले रजिस्ट्रेशन करवाया जाए, रिजल्ट घोषित कर आगामी परीक्षाएं करवाई जाये. संगठन की मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया गया है. संगठन के छात्र नेताओं ने कहा है कि संगठन मांगें अगर जल्द नहीं मानी गईं तो संगठन द्वारा उग्र आंदोलन भूख हड़ताल जैसे कदम उठाये जायेंगे. आंदोलन मे नीलम, पूजा, देबेन्द्र, सोनू , पवन , ममता, संगीता, नैन, राधेश्याम सहित सैकड़ों स्टूडेंटस उपस्थित रहे.