भोपाल….
सीएम हाउस में शुक्रवार को रानी दुर्गावती महिला सरपंच सम्मेलन और रक्षाबंधन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें प्रदेशभर से महिला सरपंच शामिल हुईं। इस दौरान महिला सरपंचों ने अपनी बात रखी। सीएम ने महिला सरपंचों से राखी भी बंधवाई। महिलाओं ने भी तिलक लगाकर सीएम का स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत में सीएम ने कन्या पूजन किया।
CM बोले- संकल्प पत्र की हर योजना लागू करेंगे
सीएम ने कहा, ‘ हमारे देश में सालभर कोई ना कोई त्योहार रहता है। प्रेम के धागे बांधने वाला यह रक्षाबंधन सब त्योहार पर भारी है। यह हमारी परंपरा है। भाई-बहन से बढ़कर दुनिया में कोई संबंध नहीं। हमारी सरकार बनी, तो लाड़ली बहनों और जिन्होंने उज्ज्वला गैस कनेक्शन लिया, उन्हें 450 रुपया अनुदान गैस की टंकी के लिए दिए जाएंगे। संकल्प पत्र में जिन योजनाओं का जिक्र किया गया है, वैसी ही लागू की जाएंगी।

कांग्रेस के लोगों के मुंह पर मारा तमाचा
सीएम ने कहा कि कांग्रेस के लोग सरकार बनने के पहले ही कहते थे कि यह योजना बंद होगी। हमने कहा- तुम बोलते रहो, हमें जो करना है, हम करेंगे। एक साथ 1250 रुपए की जगह 1500 रुपए दिए जाएंगे। यह उन लोगों के मुंह पर तमाचा है, जो कहते थे कि योजनाएं बंद हो जाएंगी। सीएम ने कहा कि हर घर तिरंगा लगाने के लिए लोगों को प्रेरित करें। रक्षाबंधन के साथ जन्माष्टमी का पर्व भी धूमधाम से मनाएं। अपने पंचायत में लड्डू गोपाल को लेकर प्रतियोगिता कराएं।
प्रहलाद पटेल बोले- सीएम हर जगह राखी बंधवाएंगे
पंचायत मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा, ‘मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी बहनों को घर में आमंत्रित कर उनका मान बढ़ाया है। मध्यप्रदेश में 23011 पंचायतें हैं। 50% आरक्षण माना जाए, तो इस आंकड़े से ज्यादा महिला सरपंच हैं। हर साल रक्षाबंधन आता है, लेकिन ये पहला मौका है, जब मुख्यंमत्री ने कहा कि सावन के महीने में वे जहां भी रहेंगे, बहनों से राखी बंधवाएंगे।

महिला सरपंचों ने भी रखी अपनी बात
सम्मेलन में उज्जैन की लक्षिका डागर ने कहा- ‘ग्राम पंचायत चिंतामन जवासिया की सरपंच और सबसे काम उम्र की सरपंच हूं। बच्चे गांव में गीली मिट्टी में बैठकर स्कूल में प्रार्थना कर रहे थे। मैंने स्कूल में ग्राउंड पक्का कराया। गांव में प्रसूति केंद्र बनवाया। गांव में डिलिवरी हो रही हैं। नालियां बनाई हैं। देश को हम जैसी नारी शक्तियों की जरूरी है। पर्दा जरूर करें, लेकिन विचारों का पर्दा कभी ना करें।’
सतना की सरपंच कमला देवी ने कहा, ‘मैं बीड़ी बनती थी। समूह में जुड़ी फिर सिलाई सीखी। लोन लेकर मशीन खरीदी। सिलाई शुरू की, जिससे आर्थिक स्थिति सुधरने लगी। गांव से सीसीएल भी करवाया है। साल में एक करोड़ से भी ज्यादा सीसीएल करवाया। परिवार की स्थिति सुधरी करती थी। पंचायत चुनाव हुआ, तो फॉर्म भरा। गांव में सभी बहनों ने मदद कर प्रचार किया। 370 वोटो से जीत हुई। मैंने सम्मेलन योजना का लाभ दिलाया। गांव में आंगनबाड़ी भवन बनवाया। नाली बनवाई। स्कूल में बच्चों के पीने के लिए पानी की टंकी बनवाई। गांव में 250 से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बनवाए।’
नागेश्वरी सिंह गौड़ ने कहा, ‘पहले घर से निकलने में दिक्कत होती थी। समूह से जुड़ी और 11 समूह बनाए। इतनी गतिविधियों से खुद काम किया। महिलाओं के कहने पर सरपंच का फॉर्म डाला। फिर 275 वोट से जीती। इस बार लगातार तीसरी बार चुनाव जीती। पंचायत में 15 बड़े तालाब, 10 लघु तालाब बनवाए हैं। तीन आंगनबाड़ी केंद्र बनवाए। ग्राम पंचायत भवन बनवाए।’
बैतूल से आई पुष्पलता झरबड़े ने कहा, ‘मैं एमए, बीएड, बीलिब किया है। महिलाओं के समूह से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने काम किया है। मनरेगा से पोषण वाटिका बनवाई है।

ये लोग रहे मौजूद
सम्मेलन में पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल, पंचायत राज्यमंत्री राधा सिंह, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की राज्यमंत्री कृष्णा गौर, विधायक रामेश्वर शर्मा, मेयर मालती राय, जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी मौजूद रहे।