शहडोल….
बिल के अनुसार, ‘राज फोटोकॉपी सेंटर एवं डिजिटल स्टूडियो’ के नाम से बने इस बिल में दो पन्नों की फोटोकॉपी की कीमत 2000 रुपए प्रति कॉपी दिखाई गई है। कुल भुगतान 4000 रुपए किया गया है।
आमतौर पर जहां एक फोटोकॉपी की कीमत 1-2 रुपए होती है, वहीं इस बिल में हजारों रुपए खर्च दिखाया गया है। हैरानी की बात यह है कि सरपंच चंद्रवती सिंह और सचिव गुलाब सिंह ने इस बिल पर अपनी मुहर लगाकर इसे पास कर भुगतान भी करा दिया।
सरपंच बोलीं- मुझे इसकी जानकारी नहीं….
सरपंच चंद्रवती सिंह का कहना है कि मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं। सचिव ने जिस तरह के बिल में दस्तखत कराए होंगे, वैसे मैंने कर दिए। मुझे बिल के बारे में जानकारी नहीं है। उसमें क्या मात्रा और दर है। इस संबंध में अधिकारियों से चर्चा करूंगी।
सचिव बोला- मेरे समय भुगतान नहीं हुआ….
कुदरी पंचायत के सचिव हेमराज कहार ने कहा कि मुझे पंचायत में जॉइन किए कुछ दिन ही हुए हैं। जो भुगतान हुआ है, वह मेरे समय का नहीं है। बिल बनाने में जरूर गड़बड़ी हुई है, उसमें दर की जगह मात्रा और मात्रा की जगह दर लिख दिया गया है। जांच अधिकारियों को इस गड़बड़ी को पकड़ना था। बिल का भुगतान हो चुका है।
दुकानदार बोला- भुगतान का याद नहीं….
जिस दुकान से फोटोकॉपी के बिल लगाए गए हैं, उसका नाम महाराज फोटोकॉपी सेंटर है। दुकान के संचालक अनिलेश चतुर्वेदी ने कहा कि ग्राम पंचायत के सभी दस्तावेजी काम मेरी ही दुकान से होते हैं। फोटोकॉपी भी मेरी दुकान से कराई गई होगी।
अब 2000 प्रति कॉपी किस दस्तावेज के हुए, मुझे याद नहीं। मस्टर रोल समेत अन्य दस्तावेजों की फोटोकॉपी कराई जाती है। इस संबंध में ज्यादा जानकारी ग्राम पंचायत ही दे पाएगी। वहीं मामले में कलेक्टर केदार सिंह का कहना है कि क्वांटिटी दो हजार है। दर 2 रुपए लिखने में त्रुटि हो गई होगी….