बड़वानी….
दोनों सचिवों का आरोप है कि निलेश नाग ने पंचायतों में कराए गए निर्माण कार्यों की जांच न करने के एवज में प्रत्येक से 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। सचिवों ने पूर्व सीईओ के साथ हुई मोबाइल वार्ता को रिकॉर्ड कर लिया और यह रिकॉर्डिंग पेन ड्राइव में लोकायुक्त को सौंप दी।
रिश्वत की मांग प्रमाणित पाई गई….
उप पुलिस अधीक्षक सुनील तालान की जांच में रिश्वत की मांग प्रमाणित पाई गई। पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख के निर्देश पर इंदौर लोकायुक्त ने केस दर्ज किया। निलेश नाग के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम संशोधन 2018 की धारा 7 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
इस मामले को सबसे पहले प्रमुख राष्ट्रीय समाचार पत्र दैनिक भास्कर ने ऑडियो रिकॉर्डिंग सहित प्रकाशित किया था। इसके बाद जय युवा शक्ति आदिवासी संगठन ने जिला मुख्यालय में रैली निकाली। संगठन ने जिला पंचायत कार्यालय का घेराव कर निलेश नाग और जिला पंचायत सीईओ काजल जवाला पर कार्रवाई की मांग की।