इंदौर….
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) का भारतीय महिला नेटवर्क (आईडब्ल्यूएन) प्रकल्प, जिसका उद्देश्य करियर महिलाओं के लिए सबसे बड़ा नेटवर्क बनना है, द्वारा कलाकक्ष स्टूडियो में आयोजित कला प्रदर्शनी – “Empower Her Art” के उद्घाटन अवसर में बतौर मुख्य अतिथि संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार सदस्य- डॉ. भरत शर्मा ने माँ सरस्वती पूजन और द्वीप प्रज्वल्लित कर अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति में ईश्वरीय रूप में ज्ञान, वैभव और शक्ति का पर्याय माँ रूपेण देवी सरस्वती, देवी लक्ष्मी और देवी दुर्गा को माना गया है। सृष्टि की जनक और प्रकृति की जीवनदायिनी नदियों को, कामधेनु गाय को और भूमि को भी माँ का दर्जा दिया गया है। हमारे शास्त्र कहते है – “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः। यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः ॥” अर्थात् जहां नारियों की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं। जहां उनका सम्मान नहीं होता, वहां सभी कार्य निष्फल हो जाते हैं। आज वही नारी शिक्षा के अभाव, पदोन्नति अथवा अवसर प्राप्ति में लिंगभेद, हिंसा की कुरीतियों आदि से यदि झूझती दिखायी देती है तो वह हमारी सनातनी संस्कृति से विरोधाभासी है। आज भी मदर टेरेसा, एनी बेसेंट, रानी लक्ष्मीबाई, माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कल्पना चावला, निर्मला सीताराम, सुषमा स्वराज, सरोजिनी नायडू, लता मंगेशकर, साइना नेहवाल, किरण बेदी, मैरी कॉम, विजयलक्ष्मी पंडित, अहिल्याबाई होलकर जैसे कई उदाहरण भारतवर्ष की सफल और अनुकरणीय नारीशक्ति के प्रतीक है ।
“जब डॉ. भरत शर्मा ने प्रदर्शनी स्थल में कार्यरत किसी सफाईकर्मी से दीप प्रज्वलन ने सहभागिता करने के लिए आग्रह किया तो पूरे सभागार में उसकी सहभागिता होने पर तालियों की गूंज सुनाई दी और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सदस्यीं ने इसकी भूरी भूरी प्रशंसा की।”
आपने इस अवसर पर आयोजकों को बधाई देते हुए समय समय पर ऐसे आयोजन करने की सलाह दी जिससे हमारे देश की प्रतिभाओं को ना केवल मंच मिले वरन् उनके उद्योग के प्रकल्प को भी सार्थकता मिले।
डॉ भरत शर्मा का स्वागत भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की भारतीय महिला नेटवर्क (आईडब्ल्यूएन) की मध्यप्रदेश विंग की अध्यक्षा विदिता सिंह ने पुष्पगुच्छ देकर किया और उपाध्यक्षा प्राची कासलीवाल दशोरा ने स्मृति चिह्न प्रदान किया।
उक्त अवसर मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों से पधारे कलाकरों मधु माथुर, स्नेहा अग्रवाल, शिविका गुप्ता, सुरुचि जैन, हिमांशी डगरिया, नेहा अग्रवाल, श्वेता मलिक, ख़ुश्बू भिकोंडे, नीना कुमरावत, ऋचा जैन, विदिता सिंह आदि ने पारंपरिक चित्रकला जैसे मांडना, मधुबनी, पिथोरा, कलमकारी, कालीघाट, और पेन स्केच, तंजोर के अलावा आधिनिक तकनीक से विभिन्न प्रकार के फाइन आर्ट और रेसिन आधारित विभिन्न माध्यमों से अपनी कला का उम्दा प्रदर्शन किया ।
उक्त अवसर पर सीआईआई के वेस्टर्न रीजन के अध्यक्ष पंकज गोयल, पंजाब ज्वैल्स की डायरेक्टर अनुभा आनंद, पूर्व सीएमओ डॉ अशोक डागरिया, इतिहासकार ज़फ़र अंसारी, उद्योगपति राजेश भार्गव, अभिमन्यु सिंह गढ़ा और बड़ी संख्या में भारतीय महिला नेटवर्क की सदस्य और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वरिष्ठ पदाधिकारी की विद्यमानता रही ।