इंदौर….

इंदौर में रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारियों से शुक्रवार दोपहर हुई 35 लाख रुपए की लूट का खुलासा हो गया है। पुलिस ने कंपनी के ही एक कर्मचारी सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इनसे 26 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। मामले में कुल छह आरोपी होना बताए हैं, इनमें से तीन अभी भी फरार है।
पुलिस को तीनों आरोपियों की लोकेशन महाराष्ट्र के धूलिया में मिली है टीम उनके पीछे है वहीं लक्की ने भागीरथपुरा में अपने रिश्तेदार मनीष के यहां पैसों का बैग रखा था पुलिस ने वहीं से बैग बरामद किया है।
बता दें कि चलती बाइक पर लसुड़िया में जिस कर्मचारी सोनू बौरासी और अशोक के साथ वारदात हुई थी। उसमें सोनू ही लूट का मास्टरमाइंड निकला। उसने अपने साथियों की मदद से खुद पर हमला कराकर लूट कराई थी। दूसरे कर्मचारी अशोक की भूमिका स्पष्ट नहीं है। उसे अभी छोड़ दिया है। पुलिस अधिकृत तौर पर कुछ देर में खुलासा कर सकती है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी सोनू के दो साथियों द्वारकापुरी का लक्की और सुखलिया का केशव हिरासत में ले लिया है। पूछताछ की जा रही है। उन्होंने तीन अन्य साथियों के भी नाम बताए हैं, जो अभी फरार हैं।
लूट की सूचना मिलते ही संदेह के घेरे में था कर्मचारी सोनू
एक दिन पहले दिनदहाड़े हुई लूट की सूचना कंपनी कर्मचारी सोनू बौरासी ने ही पुलिस को दी। उसके साथ अन्य कर्मचारी अशोक भी बाइक पर था।
लसुड़िया में यह सूचना मिलते ही पुलिस ने टीमें बना दीं और नाके लगाए गए। हालांकि, सोनू और अशोक भी पूछताछ शुरू कर दी गई। कुछ ही देर बाद बयानों में विरोधाभास देख पुलिस ने सोनू को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ में टूटा और दो साथियों लक्की और केशव के साथ वारदात करना कबूल ली है।

बाइक से बाणगंगा तरफ से भागे थे आरोपी
पुलिस को इस पूरे घटनाक्रम में तीन और साथियों की तलाश है। इसमें एक साथी वारदात के वक्त आरोपी लक्की और केशव के साथ बाइक पर सवार था। दो अन्य साथियों पर रैकी करने की आशंका है। उन्हें भी ढूंढ़ा जा रहा है। पुलिस सूत्रों ने बताया अभी तक की पूछताछ में सोनू ने लक्की और केशव के नाम ही कबूले हैं।
यह खुलासा होना बाकी है, कि लुटेरों की बाइक पर लक्की और केशव के साथ तीसरा साथी कौन था? वह फरार तीन आरोपियों में से एक है जबकि दो अन्य फरार साथियों ने रैकी की थी।
रिश्तेदारों ने यहां छुपाए थे रुपए
लसुड़िया में वारदात के बाद तीनों आरोपी बाइक से हीरा नगर तरफ आए। इसके बाद अलग अलग हो गए। सोनू बौरासी की कॉल डिटेल में आरोपियों से बार-बार बात होने की पुष्टि हो गई थी।
जब उसने साथी केशव और लक्की के नाम उगले तो पुलिस उनके घर भी पहुंची। पता चला कि दोनों ने अपने घराें पर शहर से बाहर जाना बता रखा था। बाद में कॉल डिटेल और सोनू के बताए अनुसार पुलिस उनका पीछा करते गई। देर रात तक सोनू के दो साथियों केशव और लक्की को हिरासत में ले लिया है।

दावा- बाकी रुपए फरार तीन साथियों के पास
वारदात के बाद आरोपियों ने रुपए अपने रिश्तेदारों के यहां रख दिए और शहर को छोड़ दिया। पुलिस ने लूटे गए 35 लाख रुपए में से 26 लाख रुपए बरामद कर लिए। गिरफ्तार आरोपियों ने बचे हुए 9 लाख रुपए फरार तीन साथियों के पास होना बताए हैं। जिनकी तलाश जारी है।
यह है पूरा मामला
बता दें कि कांट्रेक्टर रणवीरसिंह ने शुक्रवार को दो कर्मचारियों सोनू और अशोक को 35 लाख रुपए दिए गए थे। उन्हें यह रुपए रणवीर के घर रखने भेजा था। इसी बीच रास्ते में स्कीम-78 में बाइक सवार तीन लुटेरों ने रोका और रुपयों से भरा बैग ले गए।
कई स्थानों के CCTV में वारदात कैद हो गई और आरोपी भी बाइक से भागते हुए दिखाई दिए। जब कर्मचारी सोनू के बयान बदलते रहे तो पुलिस ने उसे उठा लिया। पूछताछ के बाद वही लूट का मास्टरमाइंड निकला।