इंदौर….
मध्य प्रदेश में अब इंदौर शहर का नाम बदलने की मांग उठी है. आज इंदौर की स्थापना दिवस की तारीख तय करने के लिए चल रही एक मीटिंग में भाजपा विधायक रमेश मेंदोला ने यह मांग उठाई. विधायक की मांग है कि इंदौर का नाम देवी अहिल्या बाई होलकर के नाम पर रखा जाए.
यह दिया तर्क
विधायक मेंदोला ने कहा कि शहर का नाम इंदौर क्यों है? इसकी किसी को जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि इंदौर का नाम देवी अहिल्या बाई होलकर के नाम पर होना चाहिए, इससे शहर का गौरव बढ़ेगा. दरअसल, शनिवार को इंदौर के स्थापना दिवस की तारीख तय करने के लिए बैठक की गई. बैठक में इंदौर के स्थापना दिवस की तारीख तय करने के लिए सभी के सुझाव लिए जा रहे थे.
इंदौर के स्थापना दिवस की तारीख तय नहीं
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की निर्देश के बाद प्रत्येक शहर का स्थापना दिवस तय करने के लिए कवायद शुरू हो चुकी है. पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की अध्यक्षता में शहर के जनप्रतिनिधि, इतिहासकार और विभिन्न संस्था के प्रमुखों के साथ बैठक की गई. बैठक में ज्यादातर लोगों की सहमति देवी अहिल्या बाई होलकर के जन्मदिन की तारीख 31 मई को इंदौर का गौरव दिवस मनाने पर सहमति दी है. लेकिन बावजूद इसके अब तक तारीख तय नहीं हुई है। बैठक भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने स्वर्गीय लता मंगेशकर के जन्मदिन पर इंदौर का गौरव दिवस मनाने की बात कही है.
होशंगाबाद का बदल चुका है नाम
गौरलतब है कि हाल ही में होशंगाबाद का नाम है नर्मदापुरम किया गया है. इसके पहले गोटेगांव को श्रीधाम किया गया था. गोटेगांव नरसिंहपुर जिले में आता है और जगतगुरु शंकराचार्य के कारण जाना जाता. वहीं भोपाल का नाम भोजपाल करने की मांग भी लगातार उठाई जा रही है.