हरदा….
मनरेगा में मनमानी व गड़बड़ी (भ्रष्टाचार) पर रोक लगाने के लिए अब सॉफ्टवेयर पर सुबह-शाम दोनों समय मजदूरों का काम करते हुए लाइव फोटो अपलोड करना हाेगी। सरकार ने यह नई व्यवस्था 1 जनवरी से लागू कर दी है।
सॉफ्टवेयर में फोटो अपलोड नहीं करने पर मजदूरों की उपस्थिति नहीं लगेगी। साथ ही मस्टर रोल भी नहीं भरा जा सकेगा। इधर, सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष ललित पटेल ने कहा कि वन क्षेत्र के गांवों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या है। इससे मजदूरों के फोटो अपलोड नहीं हाे पाते। सुधार नहीं होने पर सरपंच संघ आंदोलन करेगा। उन्होंने सीएम के नाम ज्ञापन संयुक्त कलेक्टर डीके सिंह काे साैंपा।
नई व्यवस्था में नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिए मोबाइल एप से उपस्थिति अनिवार्य कर दी है। गांवों में माैके पर एक भी मजदूर काम कर रहा है ताे उसकी उपस्थित सॉफ्टवेयर से लगाना हाेगा। इसके बाद भी मजदूरी का भुगतान हाे सकेगा। मजदूरों की उपस्थिति सुबह 10 बजे के पहले और शाम काे छूटी के दाैरान लाइव लगाना हाेगा। दोनों समय निर्धारित समय पर ही फोटो अपलोड करना हाेगा। एेसा नहीं हाेने पर मजदूरी का भुगतान नहीं हाेगा। फोटो अपलोड नहीं हाेने पर मस्टर रोल नंबर नहीं आएगा। इसमें मैन्युअल काम नहीं हाेगा। मालूम हाे, जिले में पहले फर्जी मस्टर रोल भरने, मनमाने तरीके से मजदूरों की उपस्थित दर्ज करने की शिकायतें मिलती रही है। नई व्यवस्था सरपंच-सचिवों की मनमानी पर लगाम लगाने के उद्देश्य से लागू की है। सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष ललित पटेल ने बताया कि रहटगांव व खिरकिया क्षेत्र के वनग्रामों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या आ रही है।
इस कारण मनरेगा के मजदूरों की फोटो अपलोड नहीं हाे पा रही है। इससे काम प्रभावित हाे रहे हैं। इससे विकास कार्य रूक रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी ग्राम पंचायत रेलवां में दाे कंपनियों के मोबाइल नेटवर्क बार-बार टूटते हैं। यह व्यवस्था व्यवहारिक नहीं है। इसमें तकनीकी समस्या भी आती है। इधर, मनरेगा प्रभारी आरपी राय ने कहा कि अब सॉफ्टवेयर में काेई समस्या नहीं है। उनके सामने नेटवर्क का काेई इश्यू नहीं है।